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واخيرا استيقظ الدب
عبد العزيز الفارسي
الشيخ
قال
أنا
خليل
الشمسوني
لا
البيت
الله
حين
أنت
شي
بس
زوجته
سعيد
البنك
الحشمير
البانيان
الوالي
يوم
اللي
بيت
شناص
لك
لكن
ولم
إلا
ريال
وما
الناس
والله
ولا
أمام
النوخذة
خميس
الغبيري
مريوم
نفسه
وبعد
وحين
الشيوخ
ذهب
عشان
هذي
يحيى
يكن
آلاف
ألف
حسن
حمدان
سنة
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واخيرا استيقظ الدب
عبد العزيز الفارسي
الشيخ
قال
أنا
خليل
الشمسوني
لا
البيت
الله
حين
أنت
شي
بس
زوجته
سعيد
البنك
الحشمير
البانيان
الوالي
يوم
اللي
بيت
شناص
لك
لكن
ولم
إلا
ريال
وما
الناس
والله
ولا
أمام
النوخذة
خميس
الغبيري
مريوم
نفسه
وبعد
وحين
الشيوخ
ذهب
عشان
هذي
يحيى
يكن
آلاف
ألف
حسن
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واخيرا استيقظ الدب
عبد العزيز الفارسي
الشيخ
قال
أنا
خليل
الشمسوني
لا
البيت
الله
حين
أنت
شي
بس
زوجته
البنك
سعيد
الحشمير
البانيان
الوالي
يوم
اللي
بيت
شناص
لك
لكن
ولم
إلا
ريال
وما
الناس
والله
ولا
أمام
النوخذة
خميس
الغبيري
مريوم
نفسه
وبعد
وحين
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